ख़ूनी होली खेल रहे हैं आतंकी बार-बार............!
दिल्ली हो या मुंबई, हर जगह करते वार.........!
हर जगह करते वार, जनता रोष जताए............!
सो रहे हैं सत्तासीन, कोई तो इन्हें जगाए..........!
'खरीखरी' आतंकी जब चाहें कर देते विस्फोट...! कारण बस इतना सत्तासीनों की नीयत में खोट...!
सार्थक बात कही आपनें, नीयत में है खोट
ReplyDeleteसत्तासीनों की नीयत में खोट
ReplyDeleteएकदम सही कहा आपने.
न जाने कब तक ये सब चलता रहेगा ... इनकी नीयत में खोट तो है ही ....
ReplyDeleteकितनी मेहनत से अपनी जान पर खेल कर हमारे वीर जवान इन आतंकियों को पकड़ते है
ReplyDeleteनेता इनको जेल में रख कर बाहर इन पर राजनीती करते है
क्या ये देश के सैनिको और नागरिको के भद्दा मजाक नही है
बहुत सार्थक रचना| धन्यवाद|
ReplyDeleteजनता की जान जा रही है, किन्तु उनकी नींद में खलल नहीं आ रही है।
ReplyDeleteइन्हें जनता से मतलब ही नहीं है वोट से है...
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